Monday, July 27, 2020

श्री खेतेश्वर दाता जी की आरती (Shree Kheteshwar Data ji ki Arti)

|| श्री खेतेश्वर दाता जी की आरती ||

 

|| ॐ नमस्कार गुरु सा बारम्बारा ||

|| ॐ नमस्कार शिव बारम्बारा ||

|| ॐ नमस्कार हर बारम्बारा ||

 

अनन्त कोटि दया के स्वामी,  जड चेतन में वास तुम्हारा ||

ना तू किसी में ना तेरे में,  ऐसा निर्गुण रूप तुम्हारा ||

आप ही सब में सब तेरे में,  ऐसा सुगुण रूप तुम्हारा ||

आप ही जल में आप ही थल में,  जहाँ देखु तहाँ वास तुम्हारा ||

आप ही बाहर आप ही भीतर,  सब घट में प्रकाश तुम्हारा ||

आप ही कर्ता आप ही भर्ता,  सब जग में विस्तार तुम्हारा ||

आप ही सूरज आप ही चंदा,  आप ही हो मण्डल के तारा ||

आप ही ब्रह्मा आप ही विष्णु,  आप ही हो ईश्वर ओंकारा ||

सच्चे मन से जो कोई ध्यावे,  तब हो दर्शन नाथ तुम्हारा ||

गुरु प्रताप बने ब्रह्मचारी जी,  सच्चिदानंद गुरु रूप तुम्हारा ||

 

|| ॐ नमस्कार गुरु सा बारम्बारा ||

|| ॐ नमस्कार शिव बारम्बारा ||

|| ॐ नमस्कार हर बारम्बारा ||

 





श्री खेतेश्वर दाता जी की आरती

श्री खेतेश्वर दाता जी की आरती (Shree Kheteshwar Data ji ki Arti)